रहने की जगह, अस्पताल जानकारी विभाग और स्वास्थ्य विभाग
यहाँ से आप वो बिलडिंग देख सकते हैं जो लोगों के रहने के लिए बनायी गयी हैं। उनमें से दो बिलडिंग में बेथेल के भाई-बहन रहते हैं। जब से शाखा दफ्तर को जकारता में लाने का काम शुरू हुआ तभी मुख्यालय के भाइयों ने कंप्यूटर विभाग से कहा कि वो केबल डालकर एक ऐसा नेटवर्क बनाएँ जो सिर्फ बेथेल के भाई-बहनों के घरों को जोड़े। ये एक बहुत बड़ा काम था, इसमें बहुत वक्त, मेहनत और साधन लगे। पर कंप्यूटर विभाग के भाई-बहन जानते थे कि ये करना कितना ज़रूरी है। आगे चलकर इससे बहुत पैसा बचा। इससे भी ज़रूरी बात है कि अपना नेटवर्क होने की वजह से हम सुरक्षित तौर पर इंटरनेट चला पाते हैं और काम भी अच्छे से होता है। ये महामारी के दौरान बहुत काम आया क्योंकि बेथेल के भाई-बहनों को अपने कमरे से काम करना पड़ा। सब लोग एक साथ ऑनलाइन काम कर सकें इसके लिए अच्छा इंटरनेट होना बहुत ज़रूरी था।
यहाँ से जाते-जाते आप स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल जानकारी विभाग भी देख पाएँगे। स्वास्थ्य विभाग के भाई-बहन हमारे शाखा के इलाके में सेवा करनेवाले 950 से ज़्यादा खास पूरे समय के सेवकों की सेहत का ध्यान रखने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। उनके पास हर महीने देश-भर से 450 सेहत से जुड़े केस आते हैं। कुछ कसबों और दूर-दराज़ के इलाकों में इलाज की ज़्यादा सुविधाएँ नहीं हैं, इसलिए ये विभाग इंतेज़ाम करता है कि भाई-बहन इलाज के लिए बड़े शहरों में आएँ।
शाखा-समिति का ऑफिस
इस कॉनफ्रेंस रूम में तसवीरें ना लेने की हिदायत मानने के लिए शुक्रिया। यहाँ हर हफ्ते बुधवार के दिन हमारी शाखा-समिति की सभा होती है। यहाँ ऐसी मशीनें लगी हैं जिनसे समिति के सारे सदस्य यहाँ रहकर या फिर ज़ूम या माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के ज़रिए जुड़कर मीटिंग कर सकते हैं। ये तब काम आतीं हैं जब समिति के सदस्य इंडोनेशिया के दूर-दराज़ के द्वीपों पर जाते हैं और वहाँ से मीटिंग में जुड़ते हैं और हिस्सा लेते हैं। स्क्रीन पर आप हमारी शाखा-समिति के नौ सदस्यों की तसवीर देख सकते हैं।
कंप्यूटर विभाग और अनुवाद विभाग
कंप्यूटर विभाग कंप्यूटर और इंटरनेट से जुड़े सारे कामों की देखरेख करता है। इस विभाग के भाई-बहन 800 से ज़्यादा कंप्यूटरों का रख-रखाव करते हैं जिनका इस्तेमाल यहाँ बेथेल के भाई-बहन और दूसरी जगह बेथेल का काम करनेवाले भाई-बहन करते हैं। इन सभी भाई-बहनों की अच्छी तरह मदद करने के लिए कई वॉलंटियर हैं जिन्हें संगठन की तरफ से बढ़िया ट्रेनिंग मिलती है।
अब चलिए टूर में आगे बढ़ते हैं और अनुवाद विभाग का डिस्पले देखते हैं। इस देश के 28 करोड़ से ज़्यादा लोग 700 अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं। उनमें से कुछ भाषाएँ आप यहाँ देख सकते हैं। पर ज़्यादातर लोग यहाँ की राष्ट्रीय भाषा इंडोनेशियन बोलते हैं। आप चाहें तो इस डिस्पले की तसवीर ले सकते हैं ताकि बाद में इसे अच्छे से देख पाएँ।
साइन लैंग्वेज भाषा की मंडलियों में अच्छी बढ़ौतरी हो रही है। फिलहाल इस भाषा के दो सर्किट हैं, 16 मंडलियाँ और 19 समूह हैं। ये बढ़ौतरी देखते हुए हम सभाओं और प्रचार के लगभग सभी प्रकाशन साइन लैंग्वेज में अनुवाद कर रहे हैं। और सबसे खुशी की बात है कि शासी निकाय ने नयी दुनिया अनुवाद बाइबल को साइन लैंग्वेज में अनुवाद करने की मंज़ूरी दे दी है। बाइबल की किताबों को एक-एक करके रिलीज़ किया जा रहा है। अब तक हमने 29 किताबें रिलीज़ कर दी हैं।
अब हम आपको एक बढ़िया अनुभव बताना चाहते हैं। ये सुवोनो है। उसे स्केटबोर्ड करना बहुत पसंद था। उसे शराब और तंबाकू की लत थी। कुछ साल पहले इसी महीने के दौरान वो मैरी क्रिसमस कहने हमारे राज-घर आया। उसने सुना था कि बहुत-से बधिर लोग “JW हॉउस” यानी हमारे राज-घर में मिलते हैं। पर सभा के बाद उसे समझ आया कि यहोवा के साक्षी अलग हैं और वो बाइबल अध्ययन करने के लिए तैयार हो गया। कुछ दिनों बाद उसने हमारे भाइयों को दो तसवीरें दिखायीं जो उसे एक मौलवी ने दी थीं। एक तसवीर में दिखाया था कि एक व्यक्ति जो हर दिन प्रार्थना करता है, स्वर्ग जाता है। जबकि दूसरी तसवीर में दिखाया था कि एक व्यक्ति जो प्रार्थना नहीं करता नरक जाता है। हमारे भाई ने तुरंत उसे इंडोनेशियन साइन लैंग्वेज में एक वीडियो दिखाया जिसमें समझाया था कि हमारा प्यार करनेवाले परमेश्वर कभी इंसानों को हमेशा के लिए नरक में नहीं तड़पा सकता। वीडियो देखने के बाद सुवोनो ने वो तसवीरें फाड़ दीं और कहा, “बाइबल सही है, यहोवा के साक्षी सही हैं।” काफी विरोध और मुश्किलों के बावजूद उसने बपतिस्मा ले लिया।
हम खुश हैं कि हम विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास की मदद कर पा रहे हैं ताकि वो सब तरह के लोगों को सही समय पर खाना पहुँचाएँ। हमें उम्मीद है कि और भी लोग यहोवा के बारे में जानेंगे और अंत तक उसके वफादार रहेंगे।
कानून विभाग और जन-सूचना विभाग
देश के अलग-अलग द्वीपों पर अलग-अलग जाति के लोग रहते हैं। इसलिए सरकारी अधिकारियों के साथ काम करते वक्त कानून विभाग के भाई-बहनों को अलग-अलग तरीके से काम करने के लिए तैयार रहना पड़ता है और वो हार नहीं मानते। कई द्वीपों को सरकार की तरफ से छूट मिली है कि वो अपने नियम-कानून बना सकते हैं इसलिए अलग-अलग द्वीपों में काफी अलग-अलग नियम हो सकते हैं। पूरे देश की आबादी करीब 28 करोड़ है और यहाँ 38 प्रांत हैं।
जब पुलिसवालों से हमारा पाला पड़ता है या अदालत में हम पर मुकदमे चलाए जाते हैं तब तो हमें मुश्किलों का सामना करना ही पड़ता है, पर जब सरकारी एजेंसियों से हमारा लेना-देना होता है तब भी हमें मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। फिर भी हम उनका आदर करना नहीं छोड़ते और उन्हें पूरा सहयोग देते हैं। इस वजह से सरकारी अधिकारी कई बार हमारी तारीफ करते हैं और इस तरह यहोवा के नाम की महिमा होती है।
इतिहास की एक झलक
सेवा विभाग का टूर करते वक्त हमने बताया था कि वो जगह जहाँ SKE स्कूल चलाया जाता है, बोगोर शहर में है जो यहाँ से करीब 60 किलोमीटर दूर है। उसे बाइबल एजुकेशनल सेंटर कहा जाता है। उसे तब बनाया गया था जब (1976 से 2001 तक) इंडोनेशिया में हमारे काम पर रोक लगी थी। 20 से भी ज़्यादा सालों तक शाखा दफ्तर वहीं था।
सेवा विभाग
सेवा विभाग में आपका स्वागत है! इस विभाग में कई लोग काम करते हैं। और इसमें कोई हैरानी नहीं, क्योंकि जब प्रचार काम ज़ोर-शोर से चलता है तो इस विभाग के पास भी बहुत काम होता है।
फिलहाल हमारे देश में करीब 33,000 प्रचारक हैं। हर महीने करीब 7,500 भाई-बहन किसी-ना-किसी तरह की पूरे समय की सेवा में लगे होते हैं। जैसे वो पायनियर, खास पायनियर, मिशनरी या सर्किट निगरान हैं। ये भाई-बहन पूरे देश में प्रचारकों की गिनती का 23 प्रतिशत हैं।
हमारे इलाके में करीब 17,000 द्वीप हैं जो पूरब से पश्चिम तक 5,000 किलोमीटर में फैले हैं। बहुत सारे प्रचारक बड़े-बड़े शहरों में रहते हैं पर ऐसी कई छोटी मंडलियाँ और समूह भी हैं जो दूर-दराज़ के इलाकों में हैं। इनमें से कुछ ऐसी जगहों पर हैं जहाँ तक पहुँचना मुश्किल है जैसे महासागर के बीच, ऊँचे पहाड़ों पर या फिर घने जंगलों में। इन मुश्किलों के बावजूद यहोवा पूरे देश में हो रहे प्रचार काम पर आशीष दे रहा है। पिछले दस सालों के दौरान 10,000 लोगों ने बपतिस्मा लिया जिनमें से कई दूर-दराज़ के इलाकों से थे।
राज प्रचारकों के स्कूल या SKE की वजह से हमारे देश में काफी बढ़ौतरी हुई है। जहाँ स्कूल चलाया जाता है वो जगह जकारता के ठीक बाहर है। हर साल चार से पाँच बार स्कूल चलाया जाता है। कई ग्रैजुएट को अस्थायी खास पायनियर बनाकर दूर-दराज़ के इलाकों में भेजा जाता है।
2023 में पूरे देश में एक खास प्रचार अभियान चलाया गया। इसमें 5,000 से ज़्यादा भाई-बहनों ने हिस्सा लिया और उन्होंने 130 से ज़्यादा इलाकों में प्रचार किया। इसका नतीजा बहुत हौसला बढ़ानेवाला था, 2,000 से ज़्यादा बाइबल अध्ययन शुरू किए गए। एक इलाके में तो भाई-बहनों ने एक हफ्ते के अंदर 125 से ज़्यादा बाइबल अध्ययन शुरू किए। इंडोनेशिया के लोग बहुत प्यार से मिलते हैं इसलिए उनसे बातचीत शुरू करना आसान है। ये एक वजह है कि ये अभियान बहुत कामयाब रहा।
ज़ोन 1बेथेल ऑफिस और LDC विभाग
टूर के इस पहले पड़ाव पर हम आपको अपने LDC विभाग के बारे में बताना चाहते हैं। इस विभाग का ऑफिस दूसरी बिलडिंग में है जो आज टूर के लिए खुला नहीं है। इस डिसप्ले पर आप देख सकते हैं कि हमारे इलाके में कौन-कौन-से तरह के राज-घर बनाए गए हैं, एक ऐसा राज-घर भी है जिसे कम पैसों में और जल्दी बनाया गया। इसके अलावा यहाँ ये भी बताया है कि सरकार से परमिट लेने के लिए हम कौन-कौन-से कदम उठाते हैं। यहाँ राज-घरों के 3 डी मौडल भी हैं जिनमें निर्माण काम के अलग-अलग स्टेज दिखाए हैं। आप इनकी तसवीरें ले सकते हैं ताकि आप बाद में फुरसत से इन्हें देख सकें। अब चलिए एक अनुभव सुनते हैं जो विभाग को नायस द्वीप के राज-घर निर्माण समुह से मिला। यह एक छोटा-सा द्वीप है जो जकारता से 1,000 किलोमीटर से भी ज़्यादा दूर है।
एक आदमी अकसर वहाँ से गुज़रता था जहाँ राज-घर का निर्माण चल रहा था। वो देखता था कि जो लोग काम करे थे, वो हरी और नारंगी सुरक्षा वेस्ट पहने रखते थे। इंडोनेशिया में मज़दूर आमतौर पर सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखते। वो कुछ भी पहनकर आ जाते हैं, कई बार तो वो शर्त भी नहीं पहनते और चप्पलों में आ जाते हैं। इसलिए भाई-बहन जब सुरक्षा के लिए सबकुछ पहनकर आते हैं, यहाँ तक कि अगर वो सिर्फ हेलमेट और सुरक्षा वेस्ट भी पहन लें तो वो बहुत अलग नज़र आते हैं। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ। उस आदमी ने एक दिन पूछ ही लिया, ‘ये लोग किस कंपनी के लिए काम करते हैं? ये हमेशा संगठित तरीके से काम करते हैं और सुरक्षा का पूरा-पूरा ध्यान रखते हैं।’ एक भाई ने उसे बताया, ‘ये किसी कंपनी के लोग नहीं हैं बल्कि यहोवा के साक्षी हैं जो इंडोनेशिया के अलग-अलग इलाकों से यहाँ हाथ बँटाने के लिए आए हैं।’ यह सुनकर वो आदमी चौंक गया और कहा, ‘क्या बात है! मेरे चर्च के लोग तो कभी इतनी अच्छी तरह साथ मिलकर काम नहीं कर पाए। कोई-ना-कोई नाटक होता ही रहता है।’ उस दिन उसने जो देखा वो उसे इतना अच्छा लगा कि आज तक वो खुशी-खुशी साक्षियों का अपने घर में स्वागत करता है। यह दिखाता है कि हेलमेट पहनने जैसी छोटी-सी बात से भी गवाही देने का मौका मिल सकता है। और हम जानते हैं कि यहोवा के लिए सुरक्षा का ध्यान रखना कोई छोटी-मोटी बात नहीं है।
लॉबी
आसमान छूनेवाले हमारे शाखा-दफ्तर में आपका स्वागत है! ये 31वीं मंज़िल पर है। यहाँ आप जो देख रहे हैं वो लकड़ी से बनी एक कलाकृति है। ये बहुत नाज़ुक है इसलिए हम आपसे गुज़ारिश करते हैं कि आप इसे हाथ ना लगाएँ। आप ज़रूर पहचान गए होंगे कि ये परमेश्वर की सुनिए ब्रोशर के पेज दो और तीन पर दी तसवीर है। इस कलाकृति को जावा द्वीप के जेपारा शहर में हाथ से बनाया गया है। इसे सागौन पेड़ के दो लठ्ठों से बनाया गया, जिनका वज़न करीब ढाई सौ (250) किलो था। इसके ऊपर नक्काशी करने में करीब सात महीने लगे। इसे उठाकर ऊपर तक लाने के लिए और फिर दीवार पर टाँगने के लिए आठ लोग लगे।